संपादकीय
सोशल मीडिया : आत्महतयाक विचारों का प्रेरणा-स्रोत? / तरुण कुमार
पूरब-पश्चिम
सुकरात: पाश्चात्य दर्शन के पितामह / विशेक
कविता
व्यग्र पाण्डेय
शिव कुमार यादव
पंकज मिश्र 'अटल'
मो. वाजिद अली
श्रवण सिंह अहीरवार
मृदुल शर्मा
कहानी
हासिल / श्यामल बिहारी महतो
चॉल / काला कौशल
ग़ज़ल
धर्मेंद्र गुप्त 'साहिल'
लघु कथा
खोया हुआ आशियाना / संजय मृदुल
कामकाजी बहू / सुनीता मिश्रा
बेटी की साक्षरता / सोनल मंजू श्री ओमर
शोध-आलेख
बच्चों में रचनात्मकता का गुणात्मक अध्ययन (वॉल मैग्जीन के विशेष संदर्भ में) / डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता
आदिवासी हिन्दी कहानियों में नौकरी पेशा जीवन संघर्ष / प्रदुन कुमार
लेख
मेट्रो के शोर में अकेलापन: छोटे शहर से नई दुनिया की खोज / अभिषेक मिश्र
एक भारतीय देवता : उदय शंकर / शिवम सिंह
क्या डिलिवरी ऐप्स हमें अमानवीय और असंवेदनशील बनाते जा रहे हैं? / शिखा शिप्रा
हिन्दी और महात्मा गांधी / डॉ. रवीद्र कुमार
नज़्म
हम एक ब्रेजियर नहीं खरीद सकते / डॉ. तौसीफ़ बरेलवी
रपट
कविता में अनुशासन / नमन पटेल
मनुष्यता की भावना प्रबल घनी बनी रहे / अखिलेश कुमार
संपादकीय
आत्मघाती कलाम पर एक विचार / तरुण कुमार
कविता
तसवीर किताब है / गोलेन्द्र पटेल
अहा! / शैलेंद्र चौहान
ऐसे पागल लोग कहां से चले आते हैं / ललन चतुर्वेदी
सामर्थ्य / अशोक गुजराती
भूलना / शहंशाह आलम
भय में जिंदगी / डॉ० स्वदेश भटनागर
कहानी
अप्रत्यक्ष / विजय शंकर विकुज
जिंदगी के खोए सिरे / मोनोजित रोय
तो अंत नहीं / राम नगीना मौर्य
ग़ज़ल
ग़ज़ल- 1, ग़ज़ल- 2 / विकास ओम शर्मा
ग़ज़ल - 2, ग़ज़ल - 5 / विमल कान्त बाजपेई
लघु कथा
बड़े बेआबरू होकर / सीताराम गुप्ता
कामकाजी बहू / डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
जिम्मेदारी / मनीष भारद्वाज
रक्तदान / यशोधरा भटनागर
शोध-आलेख
काश्तकारों के मसाइल हिन्दी ग़ज़लों के तहत / आदित्य
संवाद तुम से
नवागंतुकों के सवाल-लेखक के जवाब / शिरीष खरे
लेख
गुरु-शिष्य परम्परा और अध्यापक-छात्र सम्बन्ध / डॉ0 रवीन्द्र कुमार
हिंदी सिनेमा और वेश्यावृति: विशेष संदर्भ 'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' / अखिलेश कुमार मौर्य
फिल्म समीक्षा
लापता लेडीज़: एक दूसरे में जवाब तलाशती औरतों की कहानी / शिखा शिप्रा
नज़्म
वोट के बदले, इतनी ज़हमत तो उठाएं.. / श्याम निर्मोही
यात्रा वृतांत
औराही हिंगना : जङों से उखङे हुए लोग / राधेश्याम तिवारी
संस्मरण
बइया / डॉ सतीश "बब्बा"